अगर आप बचा हुआ खाना रेफ्रिजरेटर में रखकर कुछ दिनों के बाद वापस उसको गर्म करके खाते हो, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. आपको फूड पॉइजनिंग जैसी बीमारी हो सकती है. और ऐसा क्यों होता है यह समझने लायक है.
जब हमारा खाना कच्चा होता है (जैसे की आटा, तेल,दाल), तो उसके अंदर बहुत ही कॉम्प्लेक्स हाइड्रोकार्बन (चर्बी और प्रोटीन) रहते हैं. इन कांपलेक्स हाइड्रोकार्बन को हमारा शरीर आसानी से पहचान नहीं सकता है. जिसके लिए हमें उन को पकाना पड़ता है. पकाने के बाद खाने के अंदर का कॉन्प्लेक्स हाइड्रोकार्बन छोटे-छोटे टुकड़ों में बट जाता है. जिसे हमारा शरीर आसानी से पचा सकता है. लेकिन साथ ही साथ में यह पका हुआ खाना बैक्टीरिया के लिए भी अच्छा खोराक है.
बैक्टीरिया दो प्रकार के होते हैं एक है पथोजेनिक बैक्टीरिया और दूसरे हैं स्पॉइलेज बैक्टीरिया. फूड पॉइजनिंग के लिए जो बैक्टीरिया जवाबदार है वह पथोजेनिक बैक्टीरिया जो कुछ समय के बाद हमारे खाने को बिगाड़ना शुरू करते हैं. भोजन में यह बैक्टीरिया बहुत सारे रहने पर भी आप उनकी उपस्थिति देखके या स्वाद से नहीं पहचान सकते. जबकि स्पॉइलेज बैक्टीरिया आप आंखों से देख सकते हैं और वह खाना भी सड़ा हुआ और बदबूदार हो जाता है.
रेफ्रिजरेटर के कम तापमान में पथोजेनिक बैक्टीरिया का विकास कम होता है लेकिन एकदम रुकता नहीं है क्योंकि उनके लिए जरूरी पानी यह तापमान में पर्याप्त मात्रा में रहता है. अगर आपको खाना लंबे समय तक अच्छा रखना है तो आपको इसे फ्रिजर में रखना चाहिए. जहां का तापमान 0 डिग्री से कम हो. 0 डिग्री से नीचे पानी बर्फ में रूपांतरित हो जाता है, जिसे यह बैक्टीरिया उपयोग नहीं कर सकते और उनका विकास नहीं होता है.
इसलिए अगर आपको पका हुआ खाना ज्यादा समय तक अच्छा रखना है तो इसे फ्रीजर में रखे, ना कि रेफ्रिजरेटर के निचले कंपार्टमेंट में. एक-दो दिन के लिए खाना अच्छा रखना है तो नीचे के कंपार्टमेंट में रख सकते हैं.