Sunday, May 19, 2024
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ओम मंत्र का महत्व

हिंदू धर्म में ओम (ॐ ) का अत्याधिक महत्व है. सभी मंत्र, यंत्र व तंत्र में ओम का प्रयोग किया जाता है. ओम से मंत्रों के दोष खत्म हो जाते है. भारतीय ऋषियों के अनुसार यह संपूर्ण संसार ओममयी है. कण-कण में ओम व्याप्त है. हाल ही में यूरोपियन स्पेस एजेंसी और नासा की संयुक्त प्रयोगशाला सोहो ने संयुक्त रूप से सूर्य से निकलने वाली ध्वनि का अध्ययन किया और पाया की सूर्य से निकलने वाली ध्वनि हिंदू धर्म की ओम के समान ही है.

ॐ मंत्र के उच्चारण से चिकित्सकीय, मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक लाभ होते हैं। भले ही आप ॐ मंत्र का अर्थ नहीं जानते हैं या आपकी शब्द में आस्था नहीं है लेकिन तब भी आप इसके लाभ प्राप्त कर सकते हैं.

ॐ के उच्चारण से जो ध्वनि उत्पन्न होती है, वही इस ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय प्रथम ध्वनि थी। ॐ की ध्वनि को प्रणव भी कहते हैं, क्योंकि यह जीवन और श्वास की गति को बनाए रखती है.

विज्ञान ने भी ॐ के उच्चारण और उसके लाभ को प्रमाणित किया है. यह धीमी, सामान्य और पूरी साँस छोड़ने में सहायता करती है. यह हमारे श्वसन तंत्र को विश्राम देता है और नियंत्रित करता है. साथ ही यह हमारे मन-मस्तिष्क को शांत करने में भी लाभप्रद है.

ॐ का ओ; अ और उ से मिलकर बनता है. यह ध्वनि वक्ष पिंजर (Thoracic Cage) को कंपित करती है, जो हमारे फेफड़े में भरी हवा के साथ सम्पर्क में आता है. जिससे ऐलवीलस की मेम्ब्रेन की कंपन करने लगती है. यह प्रक्रिया फेफड़े की कोशिकाओं (Pulmonary Cells) को उत्तेजित करती है. जिससे फेफड़े में श्वास उचित मात्रा में आती जाती रहती है. नई रिसर्च से यह भी सामने आया है कि यह कंपन अंत: स्रावी ग्रंथियों (Endocrine Glands) को प्रभावित करता है, जिससे चिकित्सा में इसका अद्भुत महत्व है. अउ की ध्वनि से विशेषकर पेट के अंगों और वक्ष पिंजर को आंतरिक मसाज (Internal Massage) मिलता है, जबकि म के कंपन से हमारे कपाल की नसों में कंपन होता है.

नियमित ॐ का जप करने से होने वाले फायदे

1.   नियमित ॐ का मनन करने से पूरे शरीर को विश्राम मिलता है और हार्मोन तंत्र नियंत्रित होता है.

2. ॐ के अतिरिक्त चिंता और क्रोध पर नियंत्रण पाने का इससे सरल मार्ग दूसरा नहीं है.

3. ॐ का उच्चारण प्रदूषित वातावरण में यह पूरे शरीर को विष मुक्त करता है.

4. ॐ का मनन हृदय और रक्त संचार प्रणाली को सुदृढ़ करता है.

5. ॐ के उच्चारण से यौवन और चेहरे पर कांति आती है.

6. ॐ के जप से पाचन तंत्र सुदृढ़ होता है.

7. थकान के बाद ॐ का मनन आपको नई ऊर्जा से भर देता है.

8. अनिद्रा रोग से छुटकारा पाने में ॐ का बहुत महत्व है. सोते समय इसका नियमित मनन करें.

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