थॉमस अल्वा एडिसन ने incandescent lamp ( जो हमारे घरों में पहले यूज़ होता था) को बेहतर बनाने में बहुत योगदान दिया था लेकिन उन्होंने लाइट बल्ब शोध नहीं की थी. सबसे पहले लाइट बल्ब इंग्लैंड के भौतिक शास्त्री जोसफ स्वान ने 1860 में बनाया था. स्वान को 1878 में यूनाइटेड किंगडम इसका पेटेंट भी गया था. और फरवरी 1879 में उन्होंने न्यूकैसल, इंग्लैंड में एक व्याख्यान में एक लाइट बल्ब का प्रदर्शन किया था.
दूसरी तरफ एडिसन ने 4 नवंबर, 1879 को एक लाइट बल्ब के लिए अमेरिकी पेटेंट (पेटेंट क्रमांक 223,898) का आवेदन दायर किया. यह पेटेंट उनको मिली 27 जनवरी, 1880. इसी इसी समय में पूरे विश्व के कुल 20 जितने वैज्ञानिक इसी बीच इलेक्ट्रिक लैंप के ऊपर काम कर रहे थे. और यह सभी वैज्ञानिकों का योगदान रहा है इलेक्ट्रिक बल्ब को बेहतर से बेहतर बनाने में.
वैसे तो इलेक्ट्रिसिटी से लाइट उत्पन्न करने की शुरुआत 1802 में हो चुकी थी जब हम्फ्री डेवी नाम के वैज्ञानिक ने पहली बार कार्बन आर्क लैंप बनाया था. 1802 के बाद से इस विषय पर बहुत सारे अध्ययन हुए और बहुत सारी खोजें हुई. 1860 में जोसफ स्वान ने एक कार्बोनेटेड पेपर को फिलामेंट के तौर पर यूज करके एक बल्ब बनाया था. लेकिन इस बल्ब में वे पूरी तरह से वेक्यूम ( शुन्य अवकाश) बना नहीं सके थे, जिसकी वजह से यह फिलामेंट ज्यादा देर टिक नहीं पाता था. लेकिन उन्होंने पहला लाइट बल्ब बना लिया था यह पक्की बात थी. एडिशन इसके 19 साल बाद (1879) ऐसा बल्ब बनाया था जिसमें एडिशन ने फिलामेंट को चेंज किया था.
हमारे करो पर जो बल्ब यूज़ होता है उसके अंदर टंगस्टन का फिलामेंट होता है जिसका आविष्कार विलियम डेविड कूलिज ने 1910 मैं किया था. मतलब कि एडिशन के आविष्कार 31 साल के बाद हमें ज्यादा समय तक चल सके ऐसा लाइट बल्ब मिला था जो अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक नाम की कंपनी ने बनाया था.
तो फिर किताबों में क्यों हमें सिखाया जाता है कि लाइट बल्ब के शोधक थॉमस अल्वा एडिसन है? उसका जवाब यह है कि उस समय में थॉमस अल्वा एडिसन ने विद्युत ऊर्जा के बारे में बहुत सारे संशोधन किए थे और उनके नाम पर बहुत सारे पेटेंट भी थे. जोसफ स्वान के सामने एडिशन का दावा ज्यादा पुख्ता लगता था क्योंकि वह बड़े वैज्ञानिक भी थे और अच्छे showman भी थे.
लेकिन यह भी सच है कि इंग्लैंड में स्वान के पास लाइट बल्ब का पैटर्न था, इसीलिए जब इंग्लैंड में एडिसन ने लाइट बल्ब बनाने की फैक्ट्री लगाई तो उन्होंने स्वान के साथ पार्टनरशिप करके एक कंपनी बनाई थी. इस कंपनी का नाम था एडिशन स्वान यूनाइटेड, जो उस समय की सबसे बड़ी बल्ब निर्माता कंपनी थी.
.
.
.
Refferrance: