Monday, May 6, 2024
Homeइकॉनमीयूनिकॉर्न स्टार्टअप (Unicorn startup) कंपनी किसे कहते है?

यूनिकॉर्न स्टार्टअप (Unicorn startup) कंपनी किसे कहते है?

भारत में आज के समय के 100 से भी ज्यादा यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी मौजूद है. आज के समय में यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी के मामले में भारत विश्व में तीसरे नंबर पर आ गया है. इसीलिए न्यूज़पेपर और हर जगह पर हमको यूनिकॉर्न स्टार्टअप के बारे में बहुत कुछ सुनने को मिलता है.  चलिए आज सविस्तार से जानेंगे कि यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी आप क्या होती है.

अगर कोई कंपनी निजी तौर पर शुरू की जाती है, और धीरे-धीरे इस कंपनी का मूल्य 1 अरब डॉलर से भी ज्यादा हो जाता है तो इस कंपनी को यूनिकॉर्न स्टार्टअप कहा जाता है. यूनिकॉर्न स्टार्टअप शब्द का प्रयोग सबसे पहले अमेरिका के एक वेंचर कैपिटलिस्ट एलन ली ने किया था. वेंचर कैपिटलिस्ट ए वह लोग होते हैं जो स्टार्टअप कंपनियों में इन्वेस्ट करते हैं.

पुरे विश्व में कितने यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनिया है?

पूरे विश्व में आज के समय में 1000 से भी ज्यादा स्टार्टअप  यूनिकॉर्न कंपनी मौजूद है.आज की तारीख में विश्व की सबसे बड़ी स्टार्टअप यूनिकॉर्न कंपनी चाइना की  ByteDance है. ByteDance कंपनी TokTok मालिक कंपनी है. ByteDance की वैल्यू आज के समय में 180 अरब डॉलर से भी ज्यादा है. Space X, Ant group, shien ऐसी ही बड़ी स्टार्टअप यूनिकॉर्न कॉम्प[कंपनिया है.

स्टार्टअप यूनिकॉर्न कंपनियों के मामले में 460 कंपनियों के साथ अमेरिका आज पहले नंबर पर है. 300 से ज्यादा कंपनियों के साथ चाइना दूसरे नंबर पर है.  तथा 100 से भी ज्यादा कंपनियों के साथ आज भारत इस तालिका में तीसरे नंबर पर है.

भारत की सबसे पहली यूनिकॉर्न कंपनी कौन थी?

भारत की सबसे पहली यूनिकॉर्न कंपनी InMobi थी. InMobi 2011 में भारत की पहली स्टार्टअप यूनिकॉर्न कंपनी बनी थी.  यह कंपनी  डिजिटल एडवर्टाइजमेंट के क्षेत्र में काम करती है. और हाल ही में आई खबर के मुताबिक ओपन (Open) क्योंकि एक फिनटेक neo bank कंपनी है वह भारत की 100 वि स्टार्टअप यूनिकॉर्न कंपनी बन चुकी है.

क्या कोई स्टार्टअप कंपनी अपना यूनिकॉर्न का स्टेटस गवा सकती है?

हां अगर कोई स्टार्टअप कंपनी की वैल्यू 1 अरब डॉलर से कम हो जाए तो वह अपना यूनिकॉर्न का स्टेटस गवा सकती है.  दूसरी तरफ अगर कोई यूनिकॉर्न कंपनी IPO के जरिए शेयर मार्केट में लिस्ट होती है, तो भी वह अपना यूनिकॉर्न का स्टेटस गवा  सकती है. क्योकि अब यह कंपनी निजी कंपनी नहीं रहते हुए एक पब्लिक लिस्टेड कंपनी बन चुकी है. और तीसरा तरीका यह है कि अगर कोई स्टार्टअप यूनिकॉर्न कंपनी को कोई बड़ी कंपनी खरीद लेती है तब भी यह कंपनी यूनिकॉर्न का स्टेटस लगा सकती है. 

Reference

हमारे दूसरे आर्टिकल भी पढ़े

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments